वर्मीकल्चर उत्पादन को सफल बनाने हेतु आवश्यक निर्देश
- किसी भी गांव के मेन रोड़ पर वर्मीकल्चर इकाई लगाने से लाभ अधिक प्राप्त होगा।
- किसी भी स्थान/गांव में यह कार्य कई लोगो के द्वारा एक साथ प्रारम्भ करने से सुपरविजन की लागत में कमी आती है। कई लोगो के साथ काम करने पर एक दूसरे से सीखना-सलाह लेना आसान हो जाता है । किसी एक की गलती से सबक ले सकते है। कुल मिलाकर सीखने का माहौल बनता है और आपसी मदद भी होती है। वर्मीकम्पोस्ट का काम बिना इच्छा के सफल नही हो सकता। इसमें परिवार के किसी एक सदस्य की रूचि और दूसरे लोगो की बेरूखी होने पर भी काम असफल हो जाता है। अतः यह जरूरी है कि वर्मीकम्पोस्ट का काम घर पर सभी लोग अच्छी तरह सोच विचार करने के बाद ही शुरू करे। सभी लोग इस विषय का ज्ञान प्राप्त करे और आपसी तालमेल और जिम्मेदारी के बटवारे से यह काम करे।
- प्रति वर्ष 80-100 कुन्तल वर्मीकम्पोस्ट बनाने के लिये हर रोज़ एक घन्टा काम करना होगा।
- सभी गतिविधियों को सही समय पर करना इस काम की महत्वपूर्ण शर्त है। अतः यह जरूरी है कि घर में सभी सदस्य काम में दक्ष हो किसी एक व्यक्ति की गैर मौजूदगी के कारण काम असफल न हो।
- वर्मीकल्चर को छोटे स्तर पर शुरूआत करने से पूरा लाभ मिलने में समय लगता है। अतः धैर्य रखना जरूरी है। जैसे जैसे समय गुजरेगा केचुओं की संख्या बढने पर खाद का उत्पादन बढे़गा तभी किसान अपने मुताबिक उसका उपयोग कर सकेंगें।
चित्र: व्यावसायिक स्तर पर लगायी गयी वर्मीकल्चर इकाईंयों का दृश्य