डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर (म.प्र) द्वारा 20 मार्च 2017 को प्राणी विज्ञान विभाग की ओर से 30 किसानों को जबलपुर के विज्ञान केंद्र का भ्रमण कराया गया, जिसमें किसानों को पंरपरागत खेती की जानकारी दी गई। इसके साथ ही किसानों को वर्मीकम्पोस्ट खाद, गौ मूत्र, वर्मी बॉश द्वारा जैविक खेती की जानकारी दी गई।